अंतरराष्ट्रीय संगठन (Political Science Class 11 Notes): अंतरराष्ट्रीय संगठन उस प्रकार की संस्थाएँ होती हैं जिनके सदस्य, कार्यक्षेत्र, और उद्देश्य वैश्विक स्तर पर फैले होते हैं। ये संगठन विभिन्न देशों के बीच सहयोग, समझदारी और शांति स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनके माध्यम से वैश्विक समस्याओं का समाधान किया जाता है, और एक सकारात्मक अंतरराष्ट्रीय वातावरण का निर्माण होता है।
Textbook | NCERT |
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Class | Class 12 Notes |
Subject | Political Science (राजनीति विज्ञान) |
Chapter | Chapter 6 |
Chapter Name | अंतरराष्ट्रीय संगठन |
Category | कक्षा 12 Political Science नोट्स |
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Official Website | JAC Portal |
अंतरराष्ट्रीय संगठनों की भूमिका विश्व के समक्ष उपस्थित चुनौतियों को समझने और उनका समाधान खोजने में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। वे विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए मंच प्रदान करते हैं, युद्धों की रोकथाम में सहायक होते हैं, और सामाजिक-आर्थिक विकास में भी योगदान करते हैं।
अंतरराष्ट्रीय संगठनों की आवश्यकता
अंतरराष्ट्रीय संगठनों की आवश्यकता विभिन्न कारणों से उत्पन्न होती है:
- वैश्विक समस्याएँ: कुछ समस्याएँ, जैसे पर्यावरणीय संकट, मानवाधिकार उल्लंघन, आतंकवाद, और आर्थिक मंदी, एकल राष्ट्र के लिए समाधान करना मुश्किल होता है। ऐसे में, अंतरराष्ट्रीय संगठन सहयोग का माध्यम बनते हैं।
- युद्धों की रोकथाम: इतिहास ने यह दिखाया है कि युद्धों का प्रभाव सिर्फ एक देश तक सीमित नहीं रहता। इसलिए, युद्धों की रोकथाम के लिए एक साझा मंच की आवश्यकता होती है, जहाँ देशों के बीच संवाद और बातचीत हो सके।
- आर्थिक विकास: आर्थिक विकास के लिए संसाधनों का साझा उपयोग आवश्यक है। अंतरराष्ट्रीय संगठन इस दिशा में सहायता करते हैं, जिससे विभिन्न देशों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।
- प्राकृतिक आपदाएँ: प्राकृतिक आपदाएँ, जैसे भूकंप, बाढ़, और महामारी, के दौरान अंतरराष्ट्रीय संगठनों का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। ये संगठन राहत कार्यों में तेजी लाने और प्रभावित देशों को सहायता प्रदान करने में मदद करते हैं।
- वैश्विक तापवृद्धि: जलवायु परिवर्तन एक ऐसी चुनौती है, जो सभी देशों को प्रभावित करती है। इसे सुलझाने के लिए वैश्विक सहयोग की आवश्यकता है, जो अंतरराष्ट्रीय संगठनों के माध्यम से संभव है।
प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठन
विभिन्न प्रकार के अंतरराष्ट्रीय संगठन विश्व स्तर पर कार्य कर रहे हैं। इनमें से कुछ प्रमुख संगठन निम्नलिखित हैं:
- लीग ऑफ़ नेशंस: यह पहले विश्व युद्ध के बाद की स्थापित एक अंतरराष्ट्रीय संगठन था, जिसका मुख्य उद्देश्य युद्धों को रोकना था। हालांकि, यह संगठन दूसरे विश्व युद्ध को रोकने में असफल रहा।
- संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO): 24 अक्टूबर 1945 को स्थापित, यह संगठन लीग ऑफ़ नेशंस का उत्तराधिकारी है। इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना, देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देना, और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय समस्याओं का हल करना है।
- विश्व बैंक: यह संगठन विकासशील देशों को आर्थिक सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- विश्व व्यापार संगठन (WTO): यह संगठन अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने और व्यापारिक विवादों को सुलझाने का कार्य करता है।
- अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF): यह संगठन देशों के बीच आर्थिक स्थिरता बनाए रखने के लिए वित्तीय सहायता और तकनीकी मदद प्रदान करता है।
- एमनेस्टी इंटरनेशनल और ह्यूमन राइट्स वाच: ये संगठन मानवाधिकारों के संरक्षण के लिए कार्यरत हैं।
संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO)
संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना का मुख्य उद्देश्य विश्व में शांति और सुरक्षा को बनाए रखना है। इसकी संरचना और कार्य प्रणाली को समझना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
UNO का इतिहास
संयुक्त राष्ट्र शब्द का प्रयोग पहली बार अमेरिका के राष्ट्रपति रूज़वेल्ट ने किया था। यह शब्द 1 जनवरी 1942 को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान संयुक्त राष्ट्र घोषणा-पत्र में शामिल किया गया। इसके बाद, अगस्त 1941 में अटलांटिक चार्टर पर हस्ताक्षर किए गए, जो मित्र राष्ट्रों के बीच सहयोग को दर्शाता है।
1945 में, याल्टा सम्मेलन में तीन बड़े नेताओं (रूजवेल्ट, चर्चिल, और स्टालिन) ने एक अंतरराष्ट्रीय संगठन बनाने का निर्णय लिया। 26 जून 1945 को 50 देशों के प्रतिनिधियों ने सैन फ्रांसिस्को में एक चार्टर पर हस्ताक्षर किए, और 24 अक्टूबर 1945 को संयुक्त राष्ट्र संघ का आधिकारिक गठन हुआ।
UNO के प्रतीक चिन्ह
संयुक्त राष्ट्र संघ का प्रतीक चिन्ह दुनिया के नक्शे और चारों ओर जैतून की पत्तियों से बना है। जैतून की पत्तियाँ शांति का प्रतीक हैं।
UNO के उद्देश्य
संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना: यह मुख्य उद्देश्य है, जिससे देशों के बीच विवादों का समाधान किया जा सके।
- मित्रता बढ़ाना: देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देना।
- अंतरराष्ट्रीय समस्याओं का समाधान: आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, और मानवीय समस्याओं का हल करना।
- अंतरराष्ट्रीय संधियों का सम्मान: संधियों और कानूनों का सम्मान करना और उन्हें लागू करवाना।
- प्रादेशिक अखंडता और राजनीतिक स्वतंत्रता का आदर: सभी राष्ट्रों की संप्रभुता और राजनीतिक स्वतंत्रता का सम्मान करना।
UNO के मुख्य अंग
संयुक्त राष्ट्र संघ की संरचना कई प्रमुख अंगों में बंटी हुई है। इनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- सुरक्षा परिषद: यह UNO का सबसे शक्तिशाली अंग है। इसमें 15 सदस्य होते हैं, जिनमें 5 स्थायी सदस्य (अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, और चीन) और 10 अस्थायी सदस्य शामिल होते हैं। सुरक्षा परिषद का मुख्य कार्य विश्व में शांति स्थापित करना है। इसके पास सैनिक कार्रवाई करने का अधिकार भी होता है।
- महासभा: यह सभी सदस्य देशों का मंच है, जहाँ प्रत्येक देश को एक वोट देने का अधिकार होता है। महासभा का कार्य है बजट पास करना, सुरक्षा परिषद की रिपोर्टों पर विचार करना, और मानवाधिकारों का संरक्षण करना।
- सचिवालय: यह UNO के कार्यों का संचालन करता है। महासचिव (वर्तमान में एंटोनियो गुटेरस) इसके प्रमुख होते हैं। सचिवालय का मुख्य कार्य निर्णयों का कार्यान्वयन और विभिन्न समितियों की बैठकों का आयोजन करना है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यायालय: यह न्यायालय राष्ट्रों के बीच विवादों का निपटारा करता है। इसमें 15 न्यायाधीश होते हैं, जिन्हें विश्व के प्रसिद्ध विधिवेत्ताओं में से चुना जाता है।
- न्यास परिषद: यह परिषद उन क्षेत्रों की देखरेख करती है, जो युद्ध के बाद के शासन के अधीन हैं। हालांकि, इसका कार्य 1996 में समाप्त हो गया।
सुरक्षा परिषद
संरचना
सुरक्षा परिषद में 15 सदस्य होते हैं:
- 5 स्थायी सदस्य: अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, और चीन।
- 10 अस्थायी सदस्य: ये दो साल के लिए चुने जाते हैं और इनके पास वीटो पावर नहीं होती है।
कार्य
सुरक्षा परिषद का कार्य विश्व में शांति स्थापित करना है। यह किसी भी विवाद पर विचार कर सकती है और उसे सुलझाने का प्रयास कर सकती है। यदि आवश्यक हो, तो यह सैनिक कार्रवाई भी कर सकती है।
वीटो पावर
सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों को वीटो शक्ति प्राप्त होती है, जिसका अर्थ है कि वे किसी भी प्रस्ताव को अस्वीकार कर सकते हैं। यह विशेष अधिकार सुरक्षा परिषद के निर्णयों में स्थायी सदस्यों की भूमिका को और भी महत्वपूर्ण बनाता है।
महासभा
संरचना
महासभा में सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधि होते हैं। हर देश को एक वोट देने का अधिकार होता है। महासभा का अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुने जाते हैं, जो विभिन्न मुद्दों पर विचार करते हैं।
शक्तियाँ
महासभा की शक्तियाँ चार्टर की धारा 10 से 17 तक वर्णित हैं, जिनमें शामिल हैं:
- संयुक्त राष्ट्र संघ का बजट पास करना।
- सुरक्षा परिषद और अन्य संस्थाओं की रिपोर्ट पर विचार करना।
- मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता का संरक्षण करना।
सचिवालय
सचिवालय UNO के विभिन्न कार्यों का संचालन करता है। इसके प्रमुख महासचिव होते हैं, जो सुरक्षा परिषद की सिफारिश पर नियुक्त होते हैं। सचिवालय का मुख्य कार्य विभिन्न समितियों की बैठकों का आयोजन करना और सुरक्षा परिषद को सूचनाएँ उपलब्ध कराना है।
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का मुख्य कार्य राष्ट्रों के बीच विवादों का निपटारा करना है। यह न्यायालय विधिक मुद्दों पर परामर्श भी देता है और कानूनी सलाह प्रदान करता है।
निष्कर्ष
अंतरराष्ट्रीय संगठन वैश्विक सहयोग और सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र संघ, जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद की भयानकता को देखते हुए स्थापित किया गया था, आज विश्व शांति और सुरक्षा बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। ये संगठन विभिन्न देशों के बीच संवाद और सहयोग को बढ़ावा देकर विश्व के समक्ष उपस्थित चुनौतियों का सामना करने में
सहायता करते हैं। उनके माध्यम से, हम एक बेहतर और अधिक सुरक्षित भविष्य की ओर बढ़ सकते हैं।